पूर्वी अफ्रीका के देश जैनज़िबार, में स्टोन
टाउन के विशाल क्राइस्ट चर्च भवन की हमारी यात्रा, हमारे लिए बहुत हृदयस्पर्शी थी।
वह चर्च भवन आज उस स्थान पर स्थित है जहां कभी पूर्वी अफ्रीका की सबसे बड़ी
दास-मंडी हुआ करती थी। इस चर्च भवन के बनाने वाले, एक भौतिक चिन्ह के द्वारा,
दिखाना चाहते थे कि प्रभु यीशु में उद्धार के सुसमाचार के द्वारा किस प्रकार से
दासता की बेड़ियाँ तोड़ दी जाती हैं। वह स्थान अब फिर कभी उस वीभत्स अत्याचार और
बुराई का स्थान नहीं होगा, वरन परमेश्वर के अवतरित अनुग्रह की महिमा का स्थान होगा।
जिन्होंने उस चर्च भवन को बनवाया, वे यह
व्यक्त करना चाहते थे कि प्रभु यीशु द्वारा क्रूस पर दिया गया बलिदान किस प्रकार
से पाप के बंधनों से छुड़ा लेता है। इसी बात को परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित
पौलुस ने इफसुस की मसीही मंडली को लिखी अपनी पत्री में कहा: “हम को उस में उसके
लोहू के द्वारा छुटकारा, अर्थात अपराधों की क्षमा,
उसके उस अनुग्रह के धन के अनुसार मिला है”
(इफिसियों 1:7)। यहाँ पर प्रयुक्त शब्द छुटकारा, पुराने नियम में बेचने-खरीदने
की मंडी का अभिप्राय देता है, जहां पर किसी व्यक्ति अथवा वस्तु को खरीद लिया जाता
था। प्रभु यीशु ने अपने प्राणों की कीमत के द्वारा पाप तथा बुराई के दासत्व से
छुड़ा लेने के लिए संसार के सभी लोगों के लिए कीमत चुका दी है; अब बस संसार के
प्रत्येक जन को स्वेच्छा से पाप और बुराई को छोड़कर, प्रभु यीशु के साथ हो लेने का
निर्णय लेना है।
इफसुस को लिखी इस पत्री के आरंभिक शब्दों (पद
3-14) में, वह मसीह यीशु में मिली इस स्वतंत्रता का विचार करके आनन्द से उमंडने
लगता है। वह आराधना और स्तुति में होकर प्रभु यीशु की मृत्यु द्वारा हमारे प्रति
परमेश्वर के अनुग्रह का बखान करता है, जिसके फलस्वरूप हम पाप के बंधनों से छुडाए
गए।
अब संसार के किसी भी व्यक्ति को पाप के
दासत्व में बने रहने की कोई अनिवार्यता अथवा आवश्यकता नहीं है, क्योंकि हम प्रभु
यीशु द्वारा परमेश्वर के लिए जीने और उसकी महिमा करने के लिए छुड़ा लिए गए हैं। -
एमी बाउचर पाई
प्रभु यीशु हमें
पाप के दासत्व से छुड़ाता है।
जिसने अपने आप
को हमारे लिये दे दिया, कि हमें हर प्रकार के अधर्म से छुड़ा
ले, और शुद्ध कर के अपने लिये एक ऐसी जाति बना ले जो भले भले
कामों में सरगर्म हो। - तीतुस 2:14
बाइबल पाठ:
इफिसियों 1:3-14
इफिसियों 1:3
हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर और पिता का धन्यवाद हो, कि
उसने हमें मसीह में स्वर्गीय स्थानों में सब प्रकार की आशीष दी है।
इफिसियों 1:4
जैसा उसने हमें जगत की उत्पति से पहिले उस में चुन लिया, कि
हम उसके निकट प्रेम में पवित्र और निर्दोष हों।
इफिसियों 1:5 और
अपनी इच्छा की सुमति के अनुसार हमें अपने लिये पहिले से ठहराया, कि यीशु मसीह के द्वारा हम उसके लेपालक पुत्र हों,
इफिसियों 1:6 कि
उसके उस अनुग्रह की महिमा की स्तुति हो, जिसे उसने हमें उस
प्यारे में सेंत मेंत दिया।
इफिसियों 1:7 हम
को उस में उसके लोहू के द्वारा छुटकारा, अर्थात अपराधों की
क्षमा, उसके उस अनुग्रह के धन के अनुसार मिला है।
इफिसियों 1:8
जिसे उसने सारे ज्ञान और समझ सहित हम पर बहुतायत से किया।
इफिसियों 1:9 कि
उसने अपनी इच्छा का भेद उस सुमति के अनुसार हमें बताया जिसे उसने अपने आप में ठान
लिया था।
इफिसियों 1:10
कि समयों के पूरे होने का ऐसा प्रबन्ध हो कि जो कुछ स्वर्ग में है, और जो कुछ पृथ्वी पर है, सब कुछ वह मसीह में एकत्र
करे।
इफिसियों 1:11
उसी में जिस में हम भी उसी की मनसा से जो अपनी इच्छा के मत के अनुसार सब कुछ करता
है, पहिले से ठहराए जा कर मीरास बने।
इफिसियों 1:12
कि हम जिन्हों ने पहिले से मसीह पर आशा रखी थी, उस की महिमा
की स्तुति के कारण हों।
इफिसियों 1:13
और उसी में तुम पर भी जब तुम ने सत्य का वचन सुना, जो
तुम्हारे उद्धार का सुसमाचार है, और जिस पर तुम ने विश्वास
किया, प्रतिज्ञा किए हुए पवित्र आत्मा की छाप लगी।
इफिसियों 1:14
वह उसके मोल लिये हुओं के छुटकारे के लिये हमारी मीरास का बयाना है, कि उस की महिमा की स्तुति हो।
एक साल में
बाइबल:
- 1 राजाओं 8-9
- लूका 21:1-19