किन्तसुगी
एक प्राचीन जापानी कला है, टूटे हुए चीनी-मिट्टी के बर्तनों की मरम्मत करने की। इस
मरम्मत के कार्य में राल या धूना के साथ सोने की धूल मिलाकर टूटे हुए टुकड़ों को
आपस में जोड़ा जाता है और उनके बीच की दरारों को भरा जाता है, जिससे एक बहुत
असाधारण और मजबूत जोड़ बनता है। इस कला के द्वारा मरम्मत को छुपाया नहीं जाता है
वरन उस टूटेपन को एक सुन्दर कलाकृति में परिवर्तित कर दिया जाता है।
परमेश्वर
का वचन बाइबल हमें सिखाती है कि यदि हम अपने किसी पाप के प्रति वास्तव में
पश्चातापी होते हैं तो परमेश्वर भी हमारे उस टूटेपन की कदर करता है। जब दाऊद ने
बतशेबा के साथ व्यभिचार का पाप किया और उसके पति को मरवाने का षडयंत्र रचा, तो
नातान नबी ने उसे उसका पाप स्मरण करवाया, और दाऊद ने पश्चाताप किया। इसके बाद दाऊद
द्वारा की गई प्रार्थना हमें अंतःदृष्टि प्रदान करती है कि यदि हम पाप कर बैठें तो
परमेश्वर हम से क्या चाहता है: “क्योंकि तू मेलबलि से प्रसन्न नहीं होता,
नहीं तो मैं देता; होमबलि से भी तू प्रसन्न
नहीं होता। टूटा मन परमेश्वर के योग्य बलिदान है; हे परमेश्वर,
तू टूटे और पिसे हुए मन को तुच्छ नहीं जानता” (भजन 51:16-17)।
जब
हमारा हृदय किसी पाप को लेकर टूटता है, तो परमेश्वर प्रभु यीशु द्वारा कलवारी के
क्रूस पर दिए गए बलिदान से मिलने वाली अमूल्य क्षमा से उस टूटेपन को जोड़ता और भरता
है। जब हम अपने आप को उसके सामने दीन करते हैं तो वह हमें प्रेम सहित स्वीकार करता
है, और उसके साथ हमारा संबंध बहाल हो जाता है।
परमेश्वर
कितना दयालु है! वह हम से एक दीन और नम्र हृदय चाहता है, जिससे वह अपनी करुणा की
सुन्दरता से हमें सुधार और संवार सके। बाइबल की एक अन्य प्रार्थना: “हे ईश्वर,
मुझे जांच कर जान ले! मुझे परख कर मेरी चिन्ताओं को जान ले! और देख
कि मुझ में कोई बुरी चाल है कि नहीं, और अनन्त के मार्ग में
मेरी अगुवाई कर!” (भजन 139:23-24) आज हमारी भी प्रार्थना
हो। - जेम्स बैंक्स
ईश्वरीय पश्चाताप से परम आनन्द की प्राप्ति
होती है।
यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह हमारे पापों को क्षमा करने, और हमें सब अधर्म
से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य और धर्मी है। - 1 यूहन्ना 1:9
बाइबल पाठ: भजन 51
Psalms 51:1 हे परमेश्वर, अपनी करूणा के अनुसार मुझ पर अनुग्रह कर; अपनी बड़ी
दया के अनुसार मेरे अपराधों को मिटा दे।
Psalms 51:2 मुझे भलीं भांति धोकर मेरा
अधर्म दूर कर, और मेरा पाप छुड़ाकर मुझे शुद्ध कर!
Psalms 51:3 मैं तो अपने अपराधों को जानता
हूं, और मेरा पाप निरन्तर मेरी दृष्टि में रहता है।
Psalms 51:4 मैं ने केवल तेरे ही विरुद्ध
पाप किया, और जो तेरी दृष्टि में बुरा है, वही किया है, ताकि तू बोलने में धर्मी और न्याय करने
में निष्कलंक ठहरे।
Psalms 51:5 देख, मैं
अधर्म के साथ उत्पन्न हुआ, और पाप के साथ अपनी माता के गर्भ
में पड़ा।
Psalms 51:6 देख, तू
हृदय की सच्चाई से प्रसन्न होता है; और मेरे मन ही में ज्ञान
सिखाएगा।
Psalms 51:7 जूफा से मुझे शुद्ध कर,
तो मैं पवित्र हो जाऊंगा; मुझे धो, और मैं हिम से भी अधिक श्वेत बनूंगा।
Psalms 51:8 मुझे हर्ष और आनन्द की बातें
सुना, जिस से जो हडि्डयां तू ने तोड़ डाली हैं वह मगन हो
जाएं।
Psalms 51:9 अपना मुख मेरे पापों की ओर से
फेर ले, और मेरे सारे अधर्म के कामों को मिटा डाल।
Psalms 51:10 हे परमेश्वर, मेरे अन्दर शुद्ध मन उत्पन्न कर, और मेरे भीतर स्थिर
आत्मा नये सिरे से उत्पन्न कर।
Psalms 51:11 मुझे अपने साम्हने से निकाल न
दे, और अपने पवित्र आत्मा को मुझ से अलग न कर।
Psalms 51:12 अपने किए हुए उद्धार का हर्ष
मुझे फिर से दे, और उदार आत्मा देकर मुझे सम्भाल।
Psalms 51:13 तब मैं अपराधियों को तेरा
मार्ग सिखाऊंगा, और पापी तेरी ओर फिरेंगे।
Psalms 51:14 हे परमेश्वर, हे मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर, मुझे हत्या के अपराध
से छुड़ा ले, तब मैं तेरे धर्म का जयजयकार करने पाऊंगा।
Psalms 51:15 हे प्रभु, मेरा मुंह खोल दे तब मैं तेरा गुणानुवाद कर सकूंगा।
Psalms 51:16 क्योंकि तू मेलबलि से प्रसन्न
नहीं होता, नहीं तो मैं देता; होमबलि
से भी तू प्रसन्न नहीं होता।
Psalms 51:17 टूटा मन परमेश्वर के योग्य
बलिदान है; हे परमेश्वर, तू टूटे और पिसे
हुए मन को तुच्छ नहीं जानता।
Psalms 51:18 प्रसन्न हो कर सिय्योन की
भलाई कर, यरूशलेम की शहरपनाह को तू बना,
Psalms 51:19 तब तू धर्म के बलिदानों से
अर्थात सर्वांग पशुओं के होमबलि से प्रसन्न होगा; तब लोग
तेरी वेदी पर बैल चढ़ाएंगे।
एक साल में बाइबल:
- 2 इतिहास 13-14
- यूहन्ना 12:1-26